
घायल मां-बेटियों को उपचार के लिए मेरठ ले जाया गया
किरतपुर। आर्थिक तंगी से जूझ रहे एक व्यक्ति ने क्रूरता तथा निर्दयता की सारी हदें पार करते हुए अपनी पत्नी तथा दो पुत्रियों पर पाठल से जानलेवा हमला कर दिया और जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। गम्भीर रूप से घायल मां-बेटिया का मेरठ में इलाज चल रहा है। हृदय विदायक इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
पाप्त समाचार के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम भोजपुर निवासी निर्वेश कुमार (45 वर्ष) पुत्र ज्ञान प्रकाश के घर से मंगलवर की रात लगभग 12 बजे चीखने-चिल्लाने की आवाज आने पर पड़ासे में रहने वाले उसके तयेरे भाई योगेश ने यह समझकर कि बदमाश आ गए हैं, अपनी लाइसेंसी बंदूक से हवाई फायर किया। फायर तथा चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर योगेश का भाई महेश तथा उसके परिजन भी जाग गए तथा आसपास के लोग भी दौड़ पड़े। पड़ोसियों ने निर्वेश के घर पर पहुंचकर देखा तो निर्देश की पुत्री खून में लथपथ घर के बाहर खड़ी चीख-पुकार रही थी। अंदर कमरे में निर्वेश की पत्नी उषा तथा दूसरी पुत्री भी लहूलुहान थी तथा उनकी गर्दन, मुंह व हाथों पर किसी धारदार हथियार से वार के निशान थे। कमरे में चारों तरफ खून बिखरा पड़ा था। नजारा देखकर पड़ोसियों के रोंगटे खड़े हो गए। पड़ोसियों ने पहले तो सोचा कि शायद यह काम बदमाशों का है, लेकिन घायलों के यह बताने पर कि उनकी यह दशा निर्देश ने की है पड़ोसी भी दंग रह गए। बताया जाता है कि इसी बीच निर्देश ने भी कोई जहरीला पदार्थ खा लिया और कमरे से बाहर आ गया और हालत बिगडऩे पर वही गिर पड़ा। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा घायल मां, बेटियों व निर्देश को बिजनौर पहुंचवाया, जहां से उनकी हालत देखते हुए मेरठ के लिए रैफर कर दिया गया। मेरठ ले जाते समय निर्देश ने दम तोड़ दिया। घायल मां-बेटियों को मेरठ मेडिकल में भर्ती कराया गया। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और तमाम लोग मौके पर जमा हो गए।
घटना का कारण आर्थिक तंगी बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार निर्देश कुमार ने मेडिकल स्टोर खोल रखा था। कुछ वर्ष पूर्व वह एक कम्पनी के एजेंटों के सम्पर्क में आ गया था, जिन्होंने उसे सब्जबाग दिखाते हुए कम्पनी से जोड़ लिया था। शॉर्टकट से पैसा कमाने के लालच में वह कम्पनी से जुड़ फील्ड में घूमने लगा था और मेडिकल स्टोर पर ध्यान देना बंद कर दिया था, जिसके कारण मेडिकल स्टोर बंद हो गया था। इसके बाद वह काम के सिलसिले में पानीपत चला गया था, लेकिन बदकिस्मती से वहां भी उससे काम नहीं हुआ और लौट आया। बेरोजगारी के कारण वह आर्थिक तंगी का शिकार हो गया तथा परेशान रहने लगा। समझा जा रहा है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे निर्वेश कमार ने कमरे में सो रही पत्नी तथा दोनों बेटियों को जान से मारने के इरादे से उन पर पाठल से हमला कर दिया लेकिन चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों के आ जाने पर वह अपने मकसद में कामयाब नहीं सका, लेकिन उसने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान गंवा दी। खून से सनी पाठल भी पुलिस को कमरे से मिली है। बताया जाता हे कि निर्वेश की तीसरी बेटी रचना अपनी दादी के साथ अलग घर में सो रही थी, इसलिए वह बच गई। शरीर की सिरहन पैदा कर देने वाली इस हृदय विदायक घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।