
तेल अबीब,05 जुलाई। भारत और इजराइल ने आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में सहयोग करने के साथ साथ श्रेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा इजरालय के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने द्विपक्षीय बैठक के बाद आज यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि नवाचार और प्रौद्योगिक दोनों देशों की बड़ी ताकत है जिसका इस्तेमाल दोनों मुल्कों के साथ ही पूरी दुनिया की तरक्की के लिए किया जाएगा। श्री मोदी ने कहा कि भारत हिंसा और आतंकवाद का सामना कर रहा है और इजरायल को भी ऐसी ही स्थितियां झेलनी पड़ी हैं। इसके मद्देनजर दोनों देशों ने अपने रणनीतिक हितों की रक्षा करने के साथ साथ आतंकवाद और साइबर हमलों का मिलकर मुकाबला करने का फैसला किया है। श्री नेतन्याहू ने इस अवसर पर कहा हम मिलकर इतिहास बना रहे हैं। हम खुद को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को बदल रहे हैं। भारत और इजरायल की यह जोड़ी ईश्वर ने बनाई है। भारत का सहयोग इजरायल के लिए बहुत मायने रखता है। दोनों ही देश साझा हितों के हर क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं। श्री मोदी ने इजरायली प्रधानमंत्री के साथ बातचीत को बेहद सार्थक बताते हुए कहा कि उन्होंने न केवल द्विपक्षीय संबंधों बल्कि विश्व शांति और स्थिरता के लिए भी सहयोग बढ़ाने पर विचार विमर्श किया। उन्होंनेे कहा कि दोनों देश साझा हितों और अपने लोगों के बीच एकजुटता बढ़ाने के लिए काम करते रहेंगे। श्री नेतन्याहू ने इस अवसर पर मुंबई आतंकवादी हमलों का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद के जिस खतरे से जूझ रहा है, उसे इजरायल समझता है और इसलिए दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि नवाचार,जल संसाधन और कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इजरायल दुनिया के अग्रणी देशों में से है।
भारत के विकास में यह प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। ऐसे में दोनों ही देशों ने जल संसाधन के तर्कसंगत इस्तेमाल, जल संरक्षण और जल शोधन और कृषि उत्पादकदा बढ़ाने में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों का यह मानना है कि उनके वैज्ञानिक और अनुसंधानकर्ता इस क्षेत्र में परस्पर फायदे वाले समाधान ढूंढने में कामयाब होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नवाचार और प्रौद्योगिकि के क्षेत्र में परस्पर सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए दोनों देशो नें औद्योगिक विकास और अनुसंधान के वास्ते चार करोड़ डॉलर को कोष बनाने का फैसला किया है। प्रगाढ़ मित्रता के जरिए दोनों देश आपसी व्यापार और निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए तत्पर हैं।श्री नेतन्याहू और मैंने इस दिशा में और अधिक सहयोग करने का फैसला किया है। दोनों मुल्कों के कारोबारियों को इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभानी है।
उन्होंने इजरायल में गर्मजोशी से स्वागत किए जाने के लिए श्री नेतन्याहू का अभार जताते हुए कहा कि वह इजरायल की असाधारण यात्रा पर आने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा ‘प्रगति के पथ पर बढऩे के हमारे रास्ते अलग रहे हैं लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों और आर्थिक उन्नति के बारे में हमारी सोच एक जैसी है।Ó
अंतरिक्ष तथा जल प्रबंधन सहित सात अहम करार
तेल अवीव, 05 जुलाई। भारत और इजरायल ने अंतरिक्ष,कृषि और जल प्रबंधन के क्षेत्र में आज सात महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए इनमें औद्योगिक अनुसंधान एंव विकास के लिए चार करोड़ डालर का तकनीकि नवाचार कोष गठित करने का समझौता भी शामिल है। अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग के लिए तीन अहम करार किए गए जिनमें परमाणु घडिय़ों के मामले में सहयोग,भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और इजरायल की अंतरिक्ष एजेंसी के बीच जियो आप्टिकल लिंक तथा छोटे उपग्रहों से संबंधित समझौता शामिल है।
कृषि के क्षेत्र में 2018 से 2020 तक तीन वर्षीय कार्य योजना तथा जल प्रबंधन के क्षेत्र में भारत में जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय अभियान चलाने का समझौता भी किया गया है। उत्तर प्रदेश में जल आपूर्ति में सुधार के संबंध में भी एक करार किया गया है जिस पर उत्तर प्रदेश जल निगम तथा इजरायल के जल संसाधन मंत्रालय की ओर से हस्ताक्षर किए गए।