महागठबंधन विवाद :- तेजस्वी के इस्तीफे का मामला – सोनिया ने लालू और नीतीश से की फोन पर बात…

नयी दिल्ली, 14 जुलाई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार में जनता दल यू और राष्ट्रीय जनता दल के बीच चल रही तनातनी से महागठबंधन को टूटने से बचाने की पहल करते हुए आज जद यू नेता तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता लालू प्रसाद यादव से फोन पर बात कर सुलह का प्रयास किया। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि श्रीमती गांधी ने फोन पर दोनों नेताओं से मतभेद दूर करने के लिए बीच का रास्ता निकालने का आग्रह किया है। श्रीमती गांधी ने कुछ दिन पहले श्री कुमार से उस समय भी बात की जब जद यू ने उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को समर्थन दिया था। जद यू ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार का समर्थन नहीं किया था। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष ने महागठबंधन और विपक्ष की एकता बनाए रखने और संसद में सरकार के खिलाफ एकजुट रहने की अपील की।
ऐसा माना जा रहा है कि श्री कुमार अपनी सरकार की भ्रष्टचार विरोधी छवि बनाए रखने के लिए राजद नेता तथा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल से बाहर करने के पक्ष में हैं जिन पर बेनामी संपत्ति के आरोप लगे हैं। इससे महागठबंधन टूटने की आशंका बढ़ गयी है। दोनों दलों के नेता परस्पर लगातार तीखे हमले कर रहे हैं। गुरुवार को राजद के एक विधायक ने सरकार से समर्थन वापस लेने की यह कहते हुए धमकी दी कि जदयू को नहीं भूलना चाहिए कि राजद के 80 विधायकों की मदद से उसकी सरकार चल रही है।
जद यू प्रवक्ता ने इसका आज करार जवाब दिया और कहा कि सत्ता उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है। पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ है और इसके लिए पांच मिनट में ही सरकार छोड़ सकती है।

तेजस्वी के बचाव में आये शत्रुघ्न सिन्हा

नई दिल्ली,14 जुलाई। एक बार फिर भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी लाइन से अलग जाकर बयान दिया है। इस बार वह आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के बचाव में उतरे हैं। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि सिर्फ आरोपों के आधार पर इस्तीफा नहीं देना चाहिए। पत्रकारों से बात करते हुए शत्रुघ्न ने कहा कि ये वक्त बिहार में चुनाव का नहीं बल्कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव का है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने तेजस्वी का बचाव करते हुए कहा कि सिर्फ आरोपों के आधार पर किसी का इस्तीफा नहीं लिया जाना चाहिए। अब से पहले भी कई नेताओं पर आरोप लगे हैं तो क्या उन्होंने इस्तीफा दिया है? उन्होंने कहा कि कई नेताओं पर एफआईआर दर्ज हुई और वो चार्जशीट भी हुए लेकिन फिर भी वह अपने पद पर बने रहे।
वहीं इससे अलग बिहार बीजेपी के नेता इस मामले में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करते रहे हैं। इतना ही नहीं कई बीजेपी नेता तो आरजेडी के समर्थन वापस लेने पर बाहर से जेडीयू को समर्थन देने की पेशकश कर चुके हैं।
दूसरी ओर, एलजेपी के सांसद चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव से पुरानी तरह की राजनीति छोडऩे को कहा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। जब तक वह इन आरोपों से अपने आपको बेदाग साबित ना कर दें। उन्होंने कहा लेकिन उनके परिवार की ये प्रथा नहीं रही है। लालू प्रसाद यादव भी जेल जाने तक अपने पद को नहीं छोड़ा था और ऐसे में उनसे भी उम्मीद नहीं की जा सकती।

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