
नई दिल्ली,29 जुलाई। सुप्रीम कोर्ट फैसले के बाद प्रदेश भर में शिक्षामित्र लगातार चौथे दिन आंदोलनरत हैं। शुक्रवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षामित्रों को हल निकालने का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी शिक्षामित्रों का प्रदर्शन जारी है। अब तक इस प्रदर्शन के दौरान दो शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है। राज्यभर में हजारों शिक्षामित्रों ने स्कूल में ताले लगा दिए हैं और सड़कों पर उतर आए है। बरेली में 3400 शिक्षामित्र परिवार अघोषित भूख हड़ताल पर हैं। वे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के आफिस में भी प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। वहीं मुरादाबाद में तीन दिन से आंदोलनरत शिक्षामित्र खामोश नहीं बैठने के मूड में हैं। भारी संख्या में शिक्षा मित्र बुद्धि विहार स्थित सांसद और एमएलसी के आवास पर पहुंच रहे हैं। उधर गोरखपुर में भी शिक्षामित्रों का आंदोलन जारी है, शिक्षामित्रों ने शनिवार को खजनी क्षेत्र में गोरखपुर-गोला मार्ग पर जाम लगा दिया। वहीं कुछ शिक्षामित्र बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर भी पहुंचे। डायट परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। लगातार चौथे दिन आंदोलनरत शिक्षामित्रों ने शनिवार को ब्लाक रिसोर्स सेंटरों पर धरना दिया। इस बीच प्रशासन ने अपना रवैया सख्त कर लिया है।
शनिवार को खंड शिक्षा अधिकारियों ने अपने-अपने इलाके के विद्यालयों की जांच कर बंद विदय़ालयों के प्रधानाध्?यापकों और शिक्षकों को सख्?त चेतावनी दी। प्रशासन ने कहा है कि शिक्षामित्रों को वापस अपने काम पर लौट जाना चाहिए। सरकार उनके बारे में विचार कर रही है। संघर्ष से समस्या का समाधान होने के बजाये इसके और जटिल हो जाने की आशंका है।