
देहरादून, 31 जुलाई। उत्तराखंड में अगले 72 घंटों के दौरान चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल एवं ऊधमसिंहनगर जनपदों में कहीं-कहीं 65 से 204 मिमी तक बारिश हो सकती है और भारी बारिश की आशंका को देखते हुए अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर प्रशासन भी सतर्क हो गया है। पौड़ी जिले में प्रशासन ने स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। इस बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है। वहीं, चारधाम यात्रा मार्गों के खुलने और बंद होने का सिलसिला जारी है। चमोली में रविवार रात से लगातार हो रही बारिश के चलते बदरीनाथ राजमार्ग लामबगड़ में अवरुद्ध है। चोपता-केदारनाथ राजमार्ग भी गोपेश्वर मंडल में भूस्खलन से दो जगह बंद है।
कर्णप्रयाग-ग्वालदम हाडवे भी नारायणबगड़ के पास अवरुद्ध है।
रुद्रप्रयाग में भी सुबह से बारिश के दौर जारी है। वहीं रुद्रप्रयाग-केदारनाथ मार्ग सुचारू है, लेकिन श्रीनगर से पहले कौडियाला में मलबा आने से बदरीनाथ राजमार्ग बंद पड़ा है। इससे श्रीनगर और रुद्रप्रयाग तक भी यात्री नहीं पहुंच पा रहे हैं। उत्तरकाशी में दो दिन से लगातार बारिश के चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग थिरांग, सोन गाड में और यमुनोत्री राजमार्ग ओजरी, बढिय़ा के पास भूस्खलन से बंद हो गया। इस मार्ग पर देविधार रेणुबास के पास पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं।
वहीं देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार के साथ ही गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल के अधिकांश स्थानों पर भी बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ के रानीखेत गांव में भू-धंसाव के चलते 14 घर खतरे की जद में हैं। प्रशासन ने इन परिवारों को गांव छोड़ अन्यत्र स्थानांतरित होने का नोटिस थमाया है।
गांव में राजस्व विभाग की टीम तैनात कर दी गई है। वहीं, बारिश के चलते टनकपुर-तवाघाट राजमार्ग दो जगह लखनपुर और दौबाट में बंद हो गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, अगले तीन दिन समूचे राज्य में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा पांच जिलों में बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।