
आज बहुत ही तेज रफ्तार वाली एवं सर्वसुविधायुक्त गाडिय़ां बाजार में उपलब्ध हैं, किंतु इन मोटर गाडिय़ों के चलाने में यदि थोड़ी सी भी असावधानी या लाापरवाही बरती जाए तो गाड़ी को हानि तो होती ही है, शारीरिक चोट भी आ सकती है, जिंदगी भी संकट में पड़ सकती है। इसीलिए यदि हम वाहन चलाते समय सावधानी बरतें तो वरदान अभिशाप नहीं बन सकता। हम अपनी मंजिल तक सही सलामत पहुंच सकते हैं। वाहन चलाते समय नजर, मन व मस्तिष्क पूरी तरह संतुलित हो अर्थात दोनों में सामंजस्य हो।
कुछ महत्वपूर्ण बातें वाहन चलाते समय ध्यान में रखनी चाहिए, जो निश्चित रूप से आपके लिए कारगर साबित होंगी तथा दुर्घटना में कमी लाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान होगा। जिन बातों का वाहन चलाते समय ध्यान रखना चाहिए वह इस प्रकार हैं जैसे-
- यदि आप किसी बात पर नाराज हों या आपको दिमागी टेंशन हो तो ऐसी स्थिति में कदापि वाहन न चलाएं।
- दुपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करें।
- गाड़ी चलाते समय मन पूरी तरह एकाग्र हो। किसी तरह का विचार दिमाग में न हो।
- गाड़ी चलाते समय अपने किसी दोस्त या सहपाठी से अनावश्यक बातें न करें अन्यथा ध्यान बंट जाएगा, जो दुर्घटना को जन्म देगा।
- गाड़ी में ब्रेक की नियमित रूप से जांच करवायें। कहीं ऐसा न हो गाड़ी चलाते हुए ब्रेक वायर टूट जाये और आप संतुलन खो बैठें।
- लाइट का विशेष ध्यान रखें, यदि किसी कारणवश लाइट अचानक खराब हो जाए तो वाहन को धीरे चलाएं एवं हार्न का अधिक उपयोग करें।
- भीड़-भाड़ वाले इलाकों व गली-मोहल्लों में कभी भी तेज रफ्तार से गाड़ी न चलाएं।
- वाहनों को मोड़ते वक्त हमेशा इंडीकेटरों का प्रयोग करें।
- इंडीकेटर पर बराबर ध्यान रखें कि कहीं वह अनावश्यक ही न जल रहे हों। यदि ऐसा होगा तो आपके पीछे से आ रही गाड़ी से दुर्घटना हो सकती है।
- वर्षा ऋतु में गाड़ी धीरे चलाएं क्योंकि पानी की वजह से गाड़ी के स्लिप होने की संभावना बढ़ जाती है। रेत पर भी गाड़ी बड़ी तेजी से फिसलती है।
- वाहन में उसकी क्षमता के अनुसार ही लोग सवार हों, क्षमता से अधिक न बैठें।
- चौराहे पर ग्रीन सिग्नल मिलने पर ही दायें-बांये देख कर गाड़ी को आगे बढ़ाएं अन्यथा दुर्घटना हो सकती है।
- गाड़ी की रफ्तार उतनी ही रखें, जितनी की आसनी से नियंत्रित की जा सके अर्थात 35 किमी से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से परिस्थितिनुसार चलाएं। यार दोस्तों के साथ रेसिंग करते हुए तेज रफ्तार में गाड़ी न चलाएं।
- कभी भी बांयी ओर से ओवरटेक न करें।
- यदि उपरोक्त बातों पर हम ध्यान रखें तो सफर सुहाना और मंजिल आसान होगी।