
श्रीनगर, 01 अगस्त। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में आज सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का स्वंयभू कमांडर अबू दुजाना समेत दो आतंकवादी आज मारे गये, सेना के 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) जेएस संधू एवं कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान ने दुजाना के मारे जाने को सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी बताते हुए कहा कि स्थानीय लोगों द्वारा प्रदर्शन एवं पथराव के बावजूद आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। श्री खान ने मुठभेड़ में एक नागरिक के मारे जाने और सात अन्य के घायल होने पर अफसोस जताते हुए लोगों से घटनास्थल से दूर रहने की अपील की। उन्होंने पुलवामा में एहतियातन इंटरनेट सेवा बंद करने की पुष्टि भी की है। लेफ्टिनेंट जनरल संधु और श्री खान ने मुठभेड़ समाप्त होने के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि बीती रात मिली खुफिया सूचना के आधार पर पुलवामा जिले के हाकरीपोरा गांव के एक घर में दो आतंकवादियों के छुपे होने की सूचना के बाद तलाशी अभियान चलाया गया था। उन्होंने बताया कि जब क्षेत्र की घेराबंदी की जा रही थी उसी दौरान घर में छुपे आतंकवादियों ने सेना पर स्वचालित हथियार से गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि सुबह घर के अन्य लोगों के बाहर आने के बाद लगभग साढ़े आठ बजे आतंकवादियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया। उन्होंने कहा हमने आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का पर्याप्त समय दिया और पास स्थित मस्जिद से बार-बार आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा इसके बाद भी वे बाहर नहीं निकले और लगातार गोलीबारी करते रहे। बाद में सुरक्षाबलों को मजबूरन जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी जिसमें दोनों आतंकवादी मारे गए। जनरल संधू ने बताया कि घर के मलबे से दोनों के शवों बरामद कर उसकी पहचान कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के स्वयंभू कमांडर अबू दुजाना के रूप में की गयी। वह पाकिस्तान का रहने वाला था। एक अन्य आतंकवादी की पहचान स्थानीय निवासी आरिफ ललिहारी के रूप में हुई है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि स्थानीय लोग दुजाना की मौत का समर्थन करेंगे क्योंकि इससे घाटी में शांति का माहौल बनेगा। पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने बताया कि पिछले एक वर्ष से दक्षिण कश्मीर में स्थिति सही नहीं थी लेकिन सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई और सफल अभियानों के बाद स्थिति अब नियंत्रण में आ रही है। श्री खान ने बताया कि लोगों से सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ वाली जगह से दूर रहने की बार-बार अपील की जाती है, जिसके बावजूद भी लोगों ने आज सुरक्षा बलों की कार्रवाई में व्यवधान उत्पन्न करने की कोशिश की और सुरक्षा बलों को मजबूरन उनके खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी।
उन्होंने कहा हमें कार्रवाई के दौरान स्थानीय नागरिक फिरदौस खान की मौत और सात नागरिकों के घायल होने पर अफसोस है।
वहीं दुजाना के मारे जाने की सूचना के बाद घाटी में कई जगहों पर सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प की खबरें आ रही हैं। इस बीच श्रीनगर से बनिहाल के बीच रेल यातायात पिछले तीन दिनों से स्थगित है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हाकिरपोरा,नेवा और आस-पास के इलाकों में आज सुबह आतंकवादियों के मारे जाने के बाद छात्र समेत प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आये। प्रदर्शनकारियों ने घटनास्थल पर सुरक्षा घेेरे को तोडऩे की कोशिश की, जिसके बाद सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े जिसका उन पर कोई असर नहीं हुआ।
सुरक्षा बलों ने बाद में पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पेलेट गन के अलावा गोलीबारी की जिसमें तीन युवक घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल पुलवामा में भर्ती कराया गया, जहां फिरदौस अहमद खान नामक युवक की मौत हो गयी।
वहीं विभागीय आयुक्त बशीर अहमद खान ने बताया कि एहतियातन सुरक्षा कारणों से कश्मीर घाटी में आज सभी कॉलेज और स्कूलों को बंद कर दिया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद पूरे दक्षिण कश्मीर में जनजीवन प्रभावित हो गया है। यहां दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हो गए हैं और सड़कों से वाहन नदारद हैं।
उन्होंने बताया कि घाटी में किसी भी जगह कोई पाबंदी नहीं लगाई गयी है इसके बावजूद भी दुजाना समेत दो आतंकवादी और एक नागरिक के मारे जाने के बाद उत्पन्न हुए हालात से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को बड़ी संख्या में संवेदनशील जगहों पर तैनात किया गया है।