
मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा, कोटद्वार में हुई 245 मिमी. वर्षा
देहरादून/पौड़ी, 04 अगस्त। उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश के कारण दो अलग-अलग घटनाओं में एक बच्ची सहित छह लोगों की मौत हो गई। कोटद्वार क्षेत्र में कल भारी वर्षा और बादल फटने से रिफ्यूजी कालोनी, मानपुर तथा नया गांव क्षेत्र में आयी बाढ़ से पांच लोगों की तथा विकास खंड द्वारीखाल क्षेत्र के रामागांव में मकान की दीवार ढहने से एक बालिका की मौत हो गई। कोटद्वार क्षेत्र में हुई त्रासदी का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे जिलाधिकारी सुशील कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जेआर जोशी तथा अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा ने देवी रोड, कौडिय़ाला पुल, नयागांव, निम्बूचौड़, शक्तिचौड़, मोटाढांग, काशीरामपुर, मानपुर, सिगड्ड़ी तथा प्रेम नगर आदि प्रभावित इलाकों का मौका मुआयना किया। जिलाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि इन क्षेत्रों के 350 परिवार आपदा से प्रभावित हुए हैं। प्रभावितों को धर्मशालाओं, गुरूद्वारा और सिगड्ड़ी पंचायत घर के साथ ही राजकीय इंटर कालेजों में विस्थापित कर दिया गया है। इसके अलावा जिला प्रशासन की ओर से प्रभावितों के लिए भोजन, शुद्ध पेयजल, दवा आदि की फौरी व्यवस्था कर दी गई है। प्रभावितों के चिकित्सा जांच और उपचार आदि के लिए डाक्टरों की टीम मौके पर तैनात कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ तथा राजस्व पुलिस बल की ओर से राहत और बचाव अभियान लगातार चलाया जा रहा है। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क तथा संचार आदि बुनियादी समस्याओं के लिए विभागों को तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा आपदा के दौरान नदी, नालों पर रह रहे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है।
गौरतलब है कि कोटद्वार क्षेत्र में कल 245 मिमी भारी वर्षा से नदी नालों का पानी कहर बनकर बरपा जिससे कारण पांच लोगों को अपनी जांन गंवानी पड़ी। कोटद्वार के पनियाली गधेरे में आधी रात को बादल फट गया। इससे ग्राम सभा मानपुर से सटी आर्मी की कैंटीन में पानी और मलबा घुस गया। यहां से मलबा और पानी आर्मी के एमटी कैंप की दीवार को तोड़ते हुए देवी रोड स्थित रिफ्यूजी कॉलोनी में तबाही मचाने लगा। तबाही के इस मंजर के दौरान घरों में सो रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। रिफ्यूजी कॉलोनी में चंदर अरोड़ा का 21 वर्षीय पुत्र लक्ष्य अरोड़ा मलबे में दब गया और बगल में ही रह रहे चंदर के भाई सुदर्शन अरोड़ा की पत्नी ज्योति पानी के तेज बहाव में बह गई। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। सुबह तक चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में लक्ष्य का शव मलबे के नीचे दबा मिला जबकि ज्योति का शव कॉलोनी से कुछ दूर स्थित बिजली घर के निकट नाले के किनारे पड़ा मिला। पानी के तेज बहाव के कारण रिफ्यूजी कॉलोनी पूरी तरह से तहस नहस हो गई है। यहां रहने वाले लोग इधर-उधर शरण लिए हुए हैं। मानपुर क्षेत्र में एक घर में पानी भरने के बाद उसकी निकासी कर रहे 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला शांति देवी के ऊपर दीवार गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। वहीं आमपड़ाव के निकट घर से पानी को बाहर निकाल रहे युवक अजय की दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई। डीएम सुशील कुमार, एडीएम रामजी शरण शर्मा, एसएसपी जेआर जोशी, एसडीआरएफ के एएसपी नवनीत भुल्लर, तहसीदार छवाण सिंह समेत कई प्रशाशनिक अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। वहीं कोटद्वार से लगे रामगांव में तड़के चार बजे पुश्ता गिरने से मकान की दीवार ढह गई। इससे मुस्कान (16) पुत्री इदरीश की मलबे में दबकर मौत हो गई।
मुस्कान इंटर कॉलेज देवीखाल भायांसू में दसवीं की छात्रा थी। इसके अलावा खेत में काम करने के बाद घर लौट रहा बुजुर्ग बरसाती गधेरे में बह गया। शुक्रवार सुबह ग्रामीणों को उनका शव बलभद्रपुर के निकट बरामद हुआ। मृतक की शिनाख्त बलभद्रपुर निवासी राजेंद्र सिंह सैनी के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी हरेंद्र भाटिया के मकान में पानी भरने से इनवर्टर में शार्ट सर्किट हो गया। इससे उसके पास रखे गैस सिलेंडर ने आग पकड़ ली। आग की चपेट में आने से हरेंद्र भाटिया पुत्र ओमप्रकाश भाटिया (40), उनकी पत्नी रेणु भाटिया (42), पुत्र राहुल भाटिया (19) झुलस गए। सभी को गंभीर हालत में संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार में भर्ती कराया गया है।
मृतकों में लक्ष्य अरोड़ा (25), अजय कुमार (40), श्रीमती शांति देवी (60) पत्नी रामसिंह, ज्योति देवी (40) पत्नी बबली भारती और राजेश सैनी (75) (सभी कोटद्वार निवासी) शामिल हैं। इसके अलावा विकास खंड द्वारीखाल के ग्राम रामागांव निवासी मुस्कान बानो (16) पुत्री मो. आजम की मकान की दीवार ढहने से मौत हो गई। जिलाधिकारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को को चार-चार लाख रुपये आर्थिक सहायता दी जा रही है।