
बिजनौर का एक वकील था योजना का सूत्रधार
बिजनौर। नगीना पुलिस ने लुटेरों के एक बड़े गैंग को पकडऩे का दावा किया है। ये गैंग चड्ढा ग्रुप के शराब कार्यालय से करोड़ों रुपये लूटने की योजना बना रहा था। पकड़े गये गैंग से एक पिस्टल, तीन तमंचे, एक छूरी, दो चाकू, एक मोटरसाइकिल व कारतूस बरामद हुए हैं।
गुरुवार को यहां पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसपी अतुल शर्मा ने बताया कि उक्त गैंग की सूचना मिलने पर बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एंटीथैप्ट सैल के प्रभारी मुकेश कुमार व नगीना थाने के प्रभारी संजय प्रताप सिंह को लगाया गया था। उक्त दोनों के नेतृत्व में पुलिस ने नगीना में नहटौर रोड पर नेजों वाली गांवड़ी से आगे सेंट मैरी तिराहे पर गैंग के सात सदस्यों को घेर लिया। हल्की मुठभेड़ के बाद सातों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी के अनुसार ये गैंग चड्ढा ग्रुप के शराब कार्यालय से करोड़ों रुपये लूटने की योजना बना रहा था। योजना का सूत्रधार बिजनौर का एक वकील है। उक्त वकील ने उक्त बदमाशों को बिजनौर बुलाया था। पकड़े गये बदमाशों में आजाद अहमद पुत्र तौफीक निवासी मोहल्ला गुल्ली तालाब नहटौर, नौशाद पुत्र यासीन निवासी खुर्रम अली सराय नगीना, शहबाज पुत्र इदरीश अंसारी निवासी मोहल्ला नौधा नहटौर, हेमंत उर्फ प्रिंस पुत्र पवन कुमार निवासी ग्राम टपरौला नहटौर, अर्जुन पुत्र इसराज प्रजापति निवासी अम्हेड़ा नहटौर, आफताब उर्फ शानु पुत्र अल्ताफ निवासी मोहल्ला नौधा नहटौर, आरिफ उर्फ रोबट पुत्र इंतजार मलिक निवासी मोहल्ला नौधा नहटौर शामिल हैं। इनमें नौशाद नगीना का हिस्ट्रीशीटर है। उसके विरुद्ध कई संगीन अपराध दर्ज हैं। अन्य बदमाशों का भी आपराधिक इतिहास है। एसपी ने बताया कि पुलिस आरोपी वकील की भी कुंडली खंगालने रही है। एसपी के अनुसार उक्त वकील ही लूट की योजना का सूत्रधार है।
खतरनाक फोटो मिले
पुलिस ने पकड़े गये बदमाशों के मोबाइल खंगाले तो उनमें बदमाशों की कई खतरनाक फोटो मिलीं। बदमाशों ने कई फोटो हाथों में तलवारें लेकर खिंचवा रखे हैं। कुछ फोटो गर्दन पर तलवार रखकर खिंचवाये गये हैं तो कुछ फोटो पिस्टल व तमंचे आदि हाथों में लेकर खतरनाक मुद्रा में खिंचवाये गये हैं।
रातोंरात अमीर बनना चाहते थे बदमाश
पकड़े गये सातों बदमाश चड्ढा गु्रप के शराब कार्यालय को लूटकर रातों-रात अमीर बनना चाहते थे। बिजनौर का जो वकील लूट की योजना का सूत्रधार है, उसने बदमाशों को कार्यालय में करोड़ों रुपये होने की बात बताई थी। बदमाश करोड़ों का नाम सुनकर बल्लियों उछल पड़े थे। उन्होंने पल भर में करोड़ों लूटकर जीवनभर ऐश करने की योजना बना ली थी। वे नहीं जानते थे कि घटना से पहले ही उन्हें पुलिस दबोच लेगी।