
बिजनौर। इसे कर्जमाफी कहें या फिर लघु सीमांत किसानों के साथ मजाक। ऋण मोचन योजना में किसी किसान के 9 पैसे तो किसी किसान के 84 पैसे का कर्ज माफ हुआ है। प्रथम चरण में 22156 किसानों का ऋण माफ हुआ। इनमें नगीना के किसान बलिया पर था 9 पैसे का कर्ज और बास्टा के किसान का 84 पैसे का कर्ज। इतना ही नहीं, जिले के किसानों पर 2 रुपये व 3 रुपये तक का कर्ज माफ हुआ। प्रदेश सरकार की ऋण मोचन योजना में लघु सीमांत किसानों का ऋण माफ होना था। लघु सीमांत किसानों का 1 लाख रुपये तक का ऋण माफ किया जाना था। प्रथम चरण में ऋण माफी के लिए 22,156 किसानों की सूची शासन को भेजी गई थी। इस सूची के मुताबिक 8 सितंबर को वर्धमान डिग्री कॉलेज में प्रभारी मंत्री श्रीकांत शर्मा ने ऋण माफ होने वाले किसानों को प्रमाण पत्र बांटे। ऋण मोचन योजना में लघु सीमांत किसानों का कर्ज माफ करने में पारदर्शिता बरती गई है। कर्जदार किसानों के दो से लेकर तीन रुपये तक का ऋण माफ किया गया है। किसानों के 9 पैसे, 84 पैसे, दो रुपये तीन रुपये, 6 रुपये, 16 रुपये, 21 रुपये तक का किसानों का ऋण माफ किया गया है। दूसरे चरण में किसानों का ऋण माफ करने के लिए तहसील स्तर से सत्यापन शुरू हो गया है। करीब 1 लाख 70 हजार किसानों का ऋण माफी के लिए सत्यापन चल रहा है। 2, 3, 6, 126, 377, 302 रुपये तक का ऋण माफ होने वाले ये ही किसान नहीं हैं। 22156 किसानों की लिस्ट में ऐसे किसानों की तादाद काफी ज्यादा है। यह किसान तो सिर्फ बानगी हैं। 22,156 किसानों की सूची में अभी ऐसे न जाने कितने किसान आसानी से मिल जाएंगे। जिनके 1000 रुपये से नीचे का कर्ज माफ हुआ है। जिला कृषि अधिकारी डॉ. अवधेश मिश्र कहते हैं, ऋण मोचन योजना में प्रथम चरण में 22,156 किसानों का कर्ज माफ हुआ है। लघु सीमांत किसानों का 1 लाख रुपये तक का ऋण माफ होना था। कुछ लघु सीमांत किसान ऐसे भी हैं जिनके 9 पैसे, 84 पैसे, 2 रुपये व 3 रुपये तक का भी ऋण माफ हुआ है। दूसरे चरण के लिए करीब 1 लाख 70 हजार किसानों का सत्यापन कराया जा रहा है। सत्यापन का काम तेजी से चल रहा है। सत्यापन के बाद फाइनल किसानों की सूची शासन को भेज दी जाएगी।