
नई दिल्ली 25 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली के दीनदयाल ऊर्जा भवन में ओएनजीसी के एक कार्यक्रम में ‘सौभाग्यÓ योजना का ऐलान किया। सौभाग्य मतलब ‘सहज बिजली हर घर योजनाÓ। इस योजना के तहत जिनका नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना में है, ऐसे लोगों को मुफ्त में बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। जिनका नाम सामाजिक आर्थिक जनगणना में शामिल नहीं है उन्हें 500 रुपए में बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा। ये 500 रुपए 10 किस्तों में जमा कराए जा सकेंगे। इस योजना का स्लोगन है, ‘रोशन होगा हर घर, गांव हो या शहर।Ó इस योजना का लक्ष्य बिहार, यूपी, एमपी, ओडि़शा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के राज्यों में हर घर में बिजली पहुंचाने का है। केंद्र सरकार ने इस योजना के तहत 31 मार्च, 2019 तक देश के हर घर में बिजली कनेक्शन पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत बिजली कनेक्शन के साथ एक सोलर पैक भी दिया जाएगा। इस सोलर पैक में 5 एलईडी बल्ब, एक बैट्री पॉवर बैंक, एक डीसी पॉवर प्लग और एक डीसी पंखा दिया जाएगा। इस योजना पर कुल 16320 करोड़ रुपए खर्च आएगा। इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पीएम मोदी के भाषण के बारे में पत्रकारों को बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कोई समझौता नहीं होगा और जो भी भ्रष्ट्राचार में संलिप्त मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सत्ता भोग के लिए नहीं है बल्कि सेवा के लिए। सेवा करने के लिए किसी को भी पीछे नहीं हटना चाहिए। जेटली ने बताया कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए कहा कि बिना जन भागीदारी के कोई योजना सफल नहीं होती। चुनाव का इंतजार नहीं करना चाहिए। वित्तमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में दो बार विपक्ष का जिक्र किया और कहा कि विपक्ष को समझ नहीं आ रहा कि अपनी भूमिका का निर्वाह कैसे करें। विपक्ष के लिए सत्ता सिर्फ उपभोग की वस्तु थी। बिना स्पष्ट कारणों के कड़े शब्दों का उपयोग कोई विकल्प नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश ने बीजेपी को बहुत दिया है। राज्य में सरकारें और केंद्र में भाजपा की सरकारें हैं। अब हमारी बहुत जिम्मेदारी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि शौचालय का इज्जतघर नाम रखकर उन्होंने इसे घर की इज्जत का प्रतीक बनाया है।
पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि बिना जन भागीदारी के कोई योजना सफल नहीं हो सकती। चुनाव तीन साल में होगा या 5 साल में, इसका इंतजार मत करिए, जनता के बीच रहिए। सत्ता सुख के लिए नहीं, बल्कि सेवा के लिए है। केंद्र सरकार की योजनाओं को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि उज्जवला योजना हो या मुद्रा योजना इनसे संतुष्टि मिलती है, क्योंकि इससे गरीबों का कल्याण हो रहा है। इससे पहले कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पार्टी 2019 के आम चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल करेगी। शाह ने केरल और पश्चिम बंगाल में हो रही राजनीतिक हिंसा की भी निंदा की। कार्यकारिणी में डोकलाम मुद्दे पर सरकार के रुख को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया गया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसे सरकार की अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक सफलता करार दिया। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन को एक बड़ी उपलब्धि बताया गया। कार्यकारिणी में बीजेपी के 13 मुख्यमंत्रियों, 6 उपमुख्यमंत्रियों, 232 राज्य मंत्री, 1515 विधायक और एमएलसी और संसद की दोनों सदनों के 334 सांसदों ने हिस्सा लिया।