
धामपुर। मौहल्ला गुजरातियान स्थित श्री राधा-कृष्ण के पास रहने वाले सिगरेट के कारोबारी विजय कुमार-अखिलेश कुमार के आवास पर रविवार को उस समय सन्नाटा पसर गया, जब जयपुर में हुए अग्निकांड में उनके परिवार के एक-दो नहीं बल्कि एक साथ पांच सदस्यों के आग में जलकर मर जाने का समाचार मिला। दो महीने पूर्व ही पांचों मृतक अपनी पैतृक जन्मभूमि धामपुर को नमन करने आए थे।
मौहल्ला गुजरातियान निवासी विजय कुमार अग्रवाल तीन भाइयों में सबसे बड़े हंै। विजय अग्रवाल के दो छोटे भाई महेन्द्र गर्ग तथा सुरेश कुमार हैं। सुरेश कुमार शिमला में रहते हंैै। वहीं दो दशक पूर्व महेन्द्र गर्ग परिवार के साथ कारोबार के सिलसिले में राजस्थान के जयपुर में जाकर बस गए थे। महेन्द्र गर्ग के पुत्र संजीव अपनी पत्नी के साथ शादी समारोह में शामिल होने आगरा गए थे। काशीपुर निवासी संजीव के साले का इकलौता बेटा शौर्य छुट्टियां मनाने दो दिन पूर्व ही जयपुर उनके घर गया था। शनिवार को जयपुर स्थित आवास में शार्टसर्किट होने तथा उसके बाद गैस सिलेन्डर फटने से आग लग गई। आग इतनी तेजी के साथ फैली कि घर में मौजूद महेन्द्र गर्ग, संजीव की बेटी अपूर्वा (23 वर्ष), अर्पिता (21 वर्ष), अनिमेष (17 वर्ष), भतीजा शौर्य 20 (वर्ष) की आग की चपेट में आने से मौत हो गई। फायर ब्रिगेड व अन्य जब तक पहुंचे और कुछ समझ पाते, इससे पूर्व ही हसंता-खेलता भरा-पूरा परिवार समाप्त हो गया। शनिवार सुबह करीब आठ बजे धामपुर स्थित विजय कुमार-अखिलेश अग्रवाल के घर जैसे ही दुर्घटना की सूचना आई तभी से पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है। धामपुर स्थित उनके घर पर मौजूद अखिलेश अग्रवाल की पत्नी मधु अग्रवाल ने बताया कि शौर्य हास्टल में रह कर पढ़ाई कर रहा था। इन दिनों छुट्टियां मनाने के लिए वह दो दिन पूर्व ही जयपुर गया था लेकिन काल के क्रूर हाथों ने सभी को निगल लिया।